डि लाईट न्यूज गरीब की आवाज से यूपी स्टेट हेड मनोज कुमार अग्रहरि की खाश रिपोर्ट ब्रेकिंग न्यूज चित्रकूट में टीकाकरण से छूटे बच्चों के लिए चलेगा अभियान: जनवरी से लेकर मार्च तक बच्चों को किया जाएगा वैक्सीनेशन
डि लाईट न्यूज गरीब की आवाज से यूपी स्टेट हेड मनोज कुमार अग्रहरि की खाश रिपोर्ट ब्रेकिंग न्यूज चित्रकूट में टीकाकरण से छूटे बच्चों के लिए चलेगा अभियान: जनवरी से लेकर मार्च तक बच्चों को किया जाएगा वैक्सीनेशन
चित्रकूट में टीके से वंचित बच्चों को टीका लगाकर उन्हें प्रतिरक्षित किया जाएगा। 13 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीके लगाने का कार्य जनवरी से मार्च तक विशेष अभियान चलाकर किया जाएगा। यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इम्तियाज अहमद ने दी है। 13 जानलेवा बीमारियों के लिए लगाया जाएगा टीका
डॉ. इम्तियाज अहमद ने बताया कि बच्चों को हेपेटाइटिस बी बर्थ डोज, बैसिलस गुरिन कोलमेट (बीसीजी-पोलियो), पेन्टा, फैक्सनल इन्जेक्टिवेटेड पोलियो वैक्सीन (एफआईपीवी), न्यूमोकोकल वैक्सीन (पीसीवी), रोटा, जापानी इंसेफेलाइटिस जेई), मिजिल्स रुबेला (एमआर), डिप्थीरिया परट्यूसिस टिटनेस (डीपीटी), टिटनेस डिप्थीरिया (टीडी) आदि 13 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीका
लगाया जाना है। गांवों में किया जा रहा सर्वे जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. मुकेश पहाडी ने बताया कि अभियान को लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों का सर्वे किया। उसी के आधार पर बच्चे और मां से जुड़ी टीकाकरण संबंधी सारी जानकारियां उपलब्ध कराए गए फ़ार्म में अंकित की गई हैं। इसमें शून्य से एक वर्ष, एक से दो वर्ष और दो से पांच वर्ष के दौरान लगे टीकों के बारे में विवरण है। जिस घर में बच्चे नहीं हैं, उसके मुखिया का नाम, उम्र, राशन कार्ड और मोबाइल नम्बर भी लिया गया है।डाटा के आधार पर होगा वैक्सीनेशन यूनिसेफ के जिला समन्वयक दिलीप द्विवेदी ने बताया कि आशा कार्यकर्ता ने सर्वे पूरा कर एएनएम के माध्यम से नियमित टीकाकरण अधिकारी के पास भेज दिया है। टीकाकारण अधिकारी ने उस रिपोर्ट को जिला मुख्यालय भेजा है। जिला मुख्यालय में डाटा कम्पाइल किया जा रहा है। इसी डाटा के आधार पर वैक्सीन दी जाएगी। आशा कार्यकर्ता के सर्वे में मिले शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों का विवरण ई-कवच पोर्टल पर भी अवश्य दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टीकाकरण से जुड़े सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ), एएनएम, आशा संगिनी तथा आशा कार्यकर्ताओं को ई-कवच पोर्टल पर जानकारी दर्ज करने के बारे में सभी
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रशिक्षण पहले ही दिया जा चुका है।
Comments
Post a Comment