डि लाईट न्यूज गरीब की आवाज से यूपी स्टेट हेड मनोज कुमार अग्रहरि की खाश रिपोर्ट ब्रेकिंग न्यूज चित्रकूट मानिकपुर में घूम-घूम युवकों ने किया दिवारी नृत्य : बुदेलखंड के नृत्य की रही धूम, ढोलक की थाप पर थिरकते जिस्म के साथ लाठियों का अचूक वार
डि लाईट न्यूज गरीब की आवाज से यूपी स्टेट हेड मनोज कुमार अग्रहरि की खाश रिपोर्ट ब्रेकिंग न्यूज चित्रकूट मानिकपुर में घूम-घूम युवकों ने किया दिवारी नृत्य : बुदेलखंड के नृत्य की रही धूम, ढोलक की थाप पर थिरकते जिस्म के साथ लाठियों का अचूक वार
चित्रकूट जिले के मानिकपुर हेला, निहि, बगदरी जैसे आधा दर्जन इलाके में दीपावली का त्योहार काफी रोमांचक होता है। यहां परंपरागत दिवारी नृत्य की धूम मची रहती है। जिसमें ढोलक की थाप पर थिरकते जिस्म के साथ लाठियों का अचूक वार करते हुए युद्ध कला को दर्शाने वाले नृत्य को देख कर लोग दांतों तले अंगुलियां दबाने पर मजबूर हो जाते हैं। दिवारी नृत्य करते युवाओं के पैंतरे देख कर ऐसा लगता है। मानो वह दीपावली मनाने नही बल्कि युद्ध का मैदान जीतने निकले हों। यह धनतेरस से लेकर भैयादूज तक गांव-गांव घूमते है। हांथों में लाठियां, रंगीन लेकर के ऊपर कमर में फूलों की झालर पैरों में घुँघरू बंधे जोश से भरे यह नौजवान बुन्देलखंडी नृत्य दिवारी खेलते हुए परंपरागत ढंग से दीपोत्सव मना रहे हैं। इस दिवारी नृत्य में लट्ठ कला का बेहतरीन नमूना पेश किया जाता है वीररस से भरे इस नृत्य को देख कर लोगों का खून उबाल मरने लगता है और जोश में भर कर बच्चों से लेकर बूडे तक थिरकने पर मजबूर हो जाते हैं। यह नृत्य भगवान् श्री कृष्ण के समय की कला है
'के' यह नृत्य भगवान् श्री कृष्ण के समय की कला है। बुंदेलखंड के चित्रकूट की सड़कों में परंपरागत परिधानों में सजे इन नौजवानों की टोलियां धूप की परवाह किए बिना ढोलक की थाप पर लाठियां चटकते हुए युद्ध कला का प्रदर्शन कर दिवारी खेल रही हैं। लोकगीत संगीत और नृत्य की सुरताल मिलते थिरकते जिस्म लाठियों का अचूक वार करते ऐसा समां बांध रहे हैं। जिसे देख कर लोगे दांतों तले अंगुलियां दबा लेते हैं।
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