आज दिनांक 21 फरवरी 2021 को राजकीय महाविद्यालय मानिकपुर चित्रकूट की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के विशेष शिविर के छठवें दिन के अवसर पर आर्थिक एवं सामजिक सर्वे किया गया आर्थिक एवं सामाजिक सर्वेक्षण सामाजिक अनुसंधान की एक सरल विधि है।
डि लाईट न्यूज गरीब की आवाज से यूपी स्टेट हेड मनोज कुमार अग्रहरि की खास रिपोर्ट ब्रेकिंग न्यूज़ चित्रकूट मानिकपुर आज दिनांक 21 फरवरी 2021 को राजकीय महाविद्यालय मानिकपुर चित्रकूट की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के विशेष शिविर के छठवें दिन के अवसर पर आर्थिक एवं सामजिक सर्वे किया गया आर्थिक एवं सामाजिक सर्वेक्षण सामाजिक अनुसंधान की एक सरल विधि है।
प्रति लोगों के रूख को ज्ञात करने तथा सामाजिक, धार्मिक एवं आर्थिक समस्याओं के प्रति लोगों के विचारों को ज्ञात करने के लिए सर्वेक्षणों का आयोजन किया जाता है। इसी के क्रम में राजकीय महाविद्यालय मानिकपुर चित्रकूट की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के द्वारा गोद लिए गांव का आर्थिक एवं सामाजिक सर्वेक्षण कराया गया जिसमें गांव के लोगों से सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की गई जैसे उज्जवला योजना, जनधन योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना, स्वास्थ्य बीमा योजना, किसान सम्मान निधि, आयुष्मान योजना, आदि ।
इसी के साथ-साथ जल संरक्षण की जानकारी भी उन से जुटाई गई । स्वच्छता का स्तर क्या है, कोविड-19 बारे में उनको कितनी जानकारी हे तथा उनके परिवार में पलायन की क्या स्थिति है यह भी सर्वे में पूछा गया। साथ ही साथ उनको सरकार से और क्या चाहिए, क्या वह सरकारी योजनाओं से संतुष्ट हैं यह भी जानकारी ली गई। इस सर्वे की रिपोर्ट जिला स्तर पर जल्द ही प्रस्तुत की जाएगी । कार्यक्रम के दूसरे सत्र में समाज में बढ़ते अपराध एवं उसका समाधान पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में थानाध्यक्ष मानिकपुर थे। उन्होंने बताया कि किसी भी समाज के निरंतर विकास करने के लिए समाज में शांति और सुरक्षा का वातावरण होना अत्यंत आवश्यक है। समाज में शान्ती का वातावरण बनाये रखने के लिए उसे अपराध मुक्त होना परम आवश्यक है। अक्सर देखा जाता है कि अधिकांश अपराधी किसी कारण वश या मजबूरी में ही अपराध को अंजाम देते है।
लेकिन कुछ अपराधी ऐसे भी होते है जिन्हें ना तो सामाज का भय होता है और ना ही राज्य के कानून का ऐसे अपराधी ही गंभीर अपराधों को अंजाम देते है। इस अवसर पर महाविद्यालय के संरक्षक प्राचार्य डॉ दुर्गेश कुमार शुक्ल ने यह बताया कि समाज को अपराध मुक्त रखने के लिए अपराध और अपराधी के मनोविज्ञान को समझना आवश्यक है,यदि अपराधी की मनोवैज्ञानिक प्रवृति का अध्ययन कर उसको मजयूर करने वाली परस्थितियों को बनने से ही रोक दिया जाय, तो समाज को अपराधमुक्त करना अथवा न्यूनतम अपराध वाले समाज की श्रेणी में लाने में मदद मिल सकती है। इस अवसर पर दोनों कार्यक्रम अधिकारी क्रमश: डॉ हेमंत कुमार बघेल एवं डॉक्टर कीर्ति शुक्ला उपस्थित रहे ।
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